हिंदु पंचाग आणि पंचांगम
पंचांग का वैदिक ज्योतिष में बड़ा महत्व होता है। हिन्दू धर्म में पंचांग के बिना किसी भी पर्व, त्यौहार, उत्सव और कार्य का शुभारंभ करना असंभव माना जाता है। क्योंकि पंचांग की मदद से ही तिथि और मुहूर्त की गणना होती है। पंचांग के 5 अंग; वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण की गणना के आधार पर मुहूर्त निकाला जाता है। इस पृष्ठ पर आप पाएंगे दैनिक और मासिक समेत अलग-अलग राज्यों में प्रचलित पंचांग में वार, तिथि, नक्षत्र, योग, करण और सूर्योदय-सूर्यास्त व चंद्रोदय-चंद्रास्त से संबंधित जानकारी। इसके अतिरिक्त पंचांग के कॉलम में आपको मिलेगी शुभ व अशुभ मुहूर्त से संबंधित सूचना। इसके अलावा आप घर बैठे ऑनलाइन सॉफ्टवेयर की मदद से अपने शहर का पंचांग देख सकते हैं। पंचांग से जुड़ी इस ऑनलाइन सेवा की मदद से आप तिथि, त्यौहार और मुहूर्त के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।