2027 श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत
2027 मध्ये श्रावण पुत्रदा एकादशी कधी आहे?
12
ऑगस्ट, 2027
(गुरुवार)

श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत मुहूर्त New Delhi, India
श्रावण पुत्रदा एकादशी उपवास सोडण्याची वेळ :
13:45:12 ते 16:24:00 ऑगस्ट, 13
कालावधी :
2 तास 38 मिनिटे
हरी वासरा समाप्ती क्षण :
09:37:33 ला ऑगस्ट, 13
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को श्रावण पुत्रदा एकादशी कहते हैं। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि श्रावण पुत्रदा एकादशी का व्रत धारण करने वाले व्यक्ति को वाजपेयी यज्ञ के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस व्रत के पुण्य प्रभाव से भक्तों को संतान प्राप्ति का वरदान प्राप्त होता है।
श्रावण पुत्रदा एकादशी की पूजा एवं व्रत विधि
● सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें तथा स्वच्छ वस्त्र धारण करें
● भगवान् विष्णु की प्रतिमा के सामने घी का दीप जलाएं
● पूजा में तुलसी, ऋतु फल एवं तिल का प्रयोग करें
● व्रत के दिन निराहार रहें और शाम में पूजा के बाद चाहें तो फल ग्रहण कर सकते हैं
● विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है
● एकादशी के दिन रात्रि जागरण का बड़ा महत्व है। जागरण में भजन कीर्तन करें
● द्वादशी तिथि को ब्राह्मण भोजन करवाने के बाद उन्हें दान-दक्षिणा दें
● अंत में स्वयं भोजन करें
श्रावण पुत्रदा एकादशी का महत्व
हिन्दू धर्म में एकादशी बहुत ही महत्वपूर्ण तिथि मानी जाती है और श्रावण पुत्रदा एकादशी उनसें से एक है। ऐसा विश्वास है कि यदि नि:संतान दंपति इस व्रत को पूर्ण विधि-विधान व श्रृद्धा के साथ धारण करें तो उन्हें संतान सुख अवश्य प्राप्त होता है। इसके अलावा मनुष्य के समस्त पापों का नाश होता है और मरणोपरांत उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत कथा
श्री पद्मपुराण के अनुसार द्वापर युग में महिष्मतीपुरी का राजा महीजित बड़ा ही शांति एवं धर्म प्रिय था। लेकिन वह पुत्र-विहीन था। राजा के शुभचिंतकों ने यह बात महामुनि लोमेश को बताई तो उन्होंने बताया कि राजन पूर्व जन्म में एक अत्याचारी, धनहीन वैश्य थे। इसी एकादशी के दिन दोपहर के समय वे प्यास से व्याकुल होकर एक जलाशय पर पहुंचे, तो वहां गर्मी से पीड़ित एक प्यासी गाय को पानी पीते देखकर उन्होंने उसे रोक दिया और स्वयं पानी पीने लगे। राजा का ऐसा करना धर्म के अनुरूप नहीं था। अपने पूर्व जन्म के पुण्य कर्मों के फलस्वरूप वे अगले जन्म में राजा तो बने, किंतु उस एक पाप के कारण संतान विहीन हैं। महामुनि ने बताया कि राजा के सभी शुभचिंतक यदि श्रावण शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को विधि पूर्वक व्रत करें और उसका पुण्य राजा को दे दें, तो निश्चय ही उन्हें संतान रत्न की प्राप्ति होगी। इस प्रकार मुनि के निर्देशानुसार प्रजा के साथ-साथ जब राजा ने भी यह व्रत रखा, तो कुछ समय बाद रानी ने एक तेजस्वी पुत्र को जन्म दिया। तभी से इस एकादशी को श्रावण पुत्रदा एकादशी कहा जाने लगा।
अॅस्ट्रोसेज मोबाइल वरती सर्व मोबाईल ऍप
अॅस्ट्रोसेज टीव्ही सदस्यता घ्या
- Venus Direct In Pisces: Be Ready For Job Promotions & Appraisals
- Tarot Weekly Horoscope From 13-19 April, 2025
- May Planetary Transits 2025: Career Progress & Business Profits For 3 Lucky Zodiacs!
- Chaitra Purnima Fast 2025: Full Moon Of Blessings!
- Hanuman Jayanti 2025: Date, Time, & Vidhi!
- Sun Transit In Ashwini Nakshatra – Luck & Prosperity For 3 Lucky Zodiacs!
- Hanuman Jayanti 2025: Unleashing Wealth & Success For 3 Lucky Zodiacs!
- Numerology Weekly Horoscope: From April 13th to 19th!
- Venus Direct In Pisces: A Breather For These 5 Zodiac Signs!
- Shani Dev’s Blessings: Cosmic Clues Of Lord Favoring Zodiacs & Individuals!
- धन-वैभव के दाता शुक्र करेंगे अपनी चाल में बदलाव, इन राशियों के बनेंगे नौकरी में तरक्की के योग!
- टैरो साप्ताहिक राशिफल : 13 अप्रैल से 19 अप्रैल, 2025
- चैत्र पूर्णिमा व्रत 2025: इस विधि से करेंगे पूजा, तो ज़रूर प्रसन्न होंगे श्री हरि!
- हिंदू नववर्ष की पहली पूर्णिमा पर मनाई जाएगी हनुमान जयंती, जानें तिथि, मुहूर्त और पूजा विधि!
- अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल (13 अप्रैल से 19 अप्रैल, 2025): कैसा रहेगा यह सप्ताह आपके लिए?
- शुक्र मीन राशि में मार्गी होकर इन राशियों को देंगे शुभ परिणाम, अच्छा समय होगा शुरू!
- सूर्य का मेष राशि में गोचर, इन राशियों पर पड़ सकता है भारी, इनकी होगी बल्ले-बल्ले!
- मीन राशि में शुक्र की मार्गी चाल शेयर बाज़ार के लिए रहेगी अशुभ, रहना होगा सावधान!
- कामदा एकादशी 2025: इस दिन राशि अनुसार लगाएं श्री हरि को भोग!
- मीन राशि में मार्गी होकर बुध, किन राशियों की बढ़ाएंगे मुसीबतें और किन्हें देंगे सफलता का आशीर्वाद? जानें
