मुंडन मुहूर्त 2023
मुंडन मुहूर्त 2023 दिनांक New Delhi, India के लिए
दिनांक | आरंभ काल | समाप्ति काल |
---|---|---|
सोमवार, 23 जनवरी | 07:13:29 | 31:13:30 |
शुक्रवार, 27 जनवरी | 18:37:30 | 31:12:02 |
बुधवार, 01 फरवरी | 07:09:40 | 14:04:45 |
शुक्रवार, 03 फरवरी | 07:08:32 | 19:00:44 |
बुधवार, 15 फरवरी | 07:42:27 | 24:46:56 |
शुक्रवार, 24 फरवरी | 06:51:55 | 24:34:12 |
गुरुवार, 02 मार्च | 12:44:04 | 33:14:16 |
शुक्रवार, 10 मार्च | 06:37:14 | 21:45:38 |
गुरुवार, 23 मार्च | 14:09:11 | 30:22:21 |
शुक्रवार, 24 मार्च | 06:21:12 | 13:22:49 |
सोमवार, 27 मार्च | 17:30:09 | 30:17:42 |
शुक्रवार, 31 मार्च | 06:13:05 | 25:57:52 |
शुक्रवार, 07 अप्रैल | 10:23:20 | 30:05:04 |
सोमवार, 10 अप्रैल | 13:39:55 | 30:01:45 |
सोमवार, 24 अप्रैल | 08:26:46 | 26:07:30 |
बुधवार, 26 अप्रैल | 11:29:15 | 29:45:20 |
गुरुवार, 27 अप्रैल | 05:44:24 | 13:40:18 |
शुक्रवार, 05 मई | 05:37:35 | 21:39:56 |
सोमवार, 08 मई | 05:35:17 | 18:20:51 |
गुरुवार, 11 मई | 14:37:29 | 29:33:11 |
बुधवार, 17 मई | 07:39:00 | 22:30:08 |
सोमवार, 22 मई | 05:26:58 | 10:36:59 |
बुधवार, 24 मई | 05:26:08 | 27:02:21 |
बुधवार, 31 मई | 06:00:25 | 13:47:29 |
गुरुवार, 01 जून | 13:40:48 | 29:23:39 |
गुरुवार, 08 जून | 05:22:39 | 19:00:50 |
शुक्रवार, 09 जून | 16:22:53 | 29:22:35 |
सोमवार, 19 जून | 20:10:48 | 29:23:14 |
बुधवार, 21 जून | 05:23:36 | 15:10:56 |
बुधवार, 28 जून | 05:25:28 | 29:25:28 |
गुरुवार, 29 जून | 05:25:47 | 16:30:27 |
हिन्दू धर्म में जन्म के बाद हर शिशु के गर्भकाल के बाल उतारने की परंपरा है, इसे ही मुंडन संस्कार कहा जाता है। बालकों का मुण्डन 3, 5 और 7 आदि विषम वर्षों में किया जाता है। वहीं बालिकाओं का चौल कर्म (मुण्डन) संस्कार सम वर्षों में किया जाता है। हालांकि कुल परंपरा के अनुसार बच्चों का मुण्डन 1 वर्ष की आयु में भी किया जाता है।
मुंडन को लेकर हिन्दू धार्मिक मान्यता है कि पूर्व जन्मों के ऋणों से मुक्ति के उद्देश्य से जन्मकालीन केश काटे जाते हैं। वहीं वैज्ञानिक दृष्टि के अनुसार जब बच्चा माँ के पेट में होता है तो उसके सिर के बालों में बहुत से हानिकारक बैक्टीरिया लग जाते हैं जो जन्म के बाद धोने से भी नहीं निकल पाते हैं इसलिए बच्चे के जन्म के 1 साल के भीतर एक बार मुंडन अवश्य कराना चाहिए।
मुंडन मुहूर्त के लिए तिथि, नक्षत्र और मास विचार
● हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ (बड़े बच्चे का मुंडन इस माह में न करें, साथ ही इस माह में जन्म लेने वाले बच्चे का मुंडन भी न करें), आषाढ़ (मुंडन आषाढ़ी एकादशी से पहले करें), माघ और फाल्गुन मास में बच्चों का मुण्डन संस्कार कराना चाहिए।
● तिथियां में द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी मुंडन संस्कार के लिए शुभ मानी जाती है।
● मुंडन के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार शुभ दिन माने गये हैं। वहीं शुक्रवार के दिन बालिकाओं को मुंडन नहीं करना चाहिए।
● नक्षत्रों में अश्विनी, मृगशिरा, पुष्य, हस्त, पुनर्वसु, चित्रा, स्वाति, ज्येष्ठ, श्रवण, धनिष्ठा और शतभिषा मुंडन संस्कार के लिए शुभ माने गये हैं।
● कुछ विद्वानों के अनुसार जन्म मास व जन्म नक्षत्र और चंद्रमा के चतुर्थ, अष्टम, द्वादश और शत्रु भाव में स्थित होने पर मुंडन निषेध माना गया है। वहीं कुछ विद्वान जन्म नक्षत्र या जन्म राशि को मुंडन के लिए शुभ मानते हैं।
● द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ, षष्टम, सप्तम, नवम या द्वादश राशियों के लग्न या इनके नवांश में मुंडन शुभ होते हैं।
मुंडन संस्कार के लाभ
● मुण्डन के बाद बच्चों के शरीर का तापमान सामान्य हो जाता है। इससे मस्तिष्क स्थिर रहता है, साथ ही बच्चों को शारीरिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ नहीं होती हैं।
● मुण्डन के प्रभाव से बच्चों को दांतों के निकलते समय होने वाला दर्द अधिक परेशान नहीं करता है।
● जन्मकालीन केश उतारे जाने के बाद सिर पर धूप पड़ने से विटामिन डी मिलता है। इससे कोशिकाओं में रक्त का प्रवाह अच्छी तरह से होता है और इसके प्रभाव से भविष्य में आने वाले बाल बेहतर होते हैं.
● मुंडन के संदर्भ में यजुर्वेद में उल्लेख है कि, मुंडन संस्कार बल, आयु, आरोग्य तथा तेज की वृद्धि के लिए किया जाने वाला अति महत्वपूर्ण संस्कार है।
विशेष: मुंडन संस्कार का शुभ मुहूर्त में संपन्न होना शिशु के लिए लाभदायक और कल्याणकारी होता है, इसलिए मुंडन संबंधी मुहूर्त के लिए विद्वान ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें या अपनी कुल परंपरा के अनुसार बच्चों का मुण्डन कराएँ।
एस्ट्रोसेज मोबाइल पर सभी मोबाइल ऍप्स
एस्ट्रोसेज टीवी सब्सक्राइब
- Chaturgrahi Yoga 2025: Strong Monetary Gains & Success For 3 Lucky Zodiacs!
- Mercury Direct In Pisces: The Time Of Great Abundance & Blessings
- Mars Transit 2025: After Long 18-Months, Change Of Fortunes For 3 Zodiac Signs!
- Weekly Horoscope For The Week Of April 7th To 13th, 2025!
- Tarot Weekly Horoscope From 06 April To 12 April, 2025
- Chaitra Navratri 2025: Maha Navami & Kanya Pujan!
- Numerology Weekly Horoscope From 06 April To 12 April, 2025
- Chaitra Navratri 2025 Ashtami: Kanya Pujan Vidhi & More!
- Mercury Direct In Pisces: Mercury Flips Luck 180 Degrees
- Chaitra Navratri 2025 Day 7: Blessings From Goddess Kalaratri!
- मीन राशि में मार्गी होकर बुध, किन राशियों की बढ़ाएंगे मुसीबतें और किन्हें देंगे सफलता का आशीर्वाद? जानें
- इस सप्ताह मिलेगा राम भक्त हनुमान का आशीर्वाद, सोने की तरह चमकेगी किस्मत!
- टैरो साप्ताहिक राशिफल : 06 अप्रैल से 12 अप्रैल, 2025
- चैत्र नवरात्रि 2025: महानवमी पर कन्या पूजन में जरूर करें इन नियमों एवं सावधानियों का पालन!!
- साप्ताहिक अंक फल (06 अप्रैल से 12 अप्रैल, 2025): कैसा रहेगा यह सप्ताह आपके लिए?
- महाअष्टमी 2025 पर ज़रूर करें इन नियमों का पालन, वर्षभर बनी रहेगी माँ महागौरी की कृपा!
- बुध मीन राशि में मार्गी, इन पांच राशियों की जिंदगी में आ सकता है तूफान!
- दुष्टों का संहार करने वाला है माँ कालरात्रि का स्वरूप, भय से मुक्ति के लिए लगाएं इस चीज़ का भोग !
- दुखों, कष्टों एवं विवाह में आ रही बाधाओं के अंत के लिए षष्ठी तिथि पर जरूर करें कात्यायनी पूजन!
- मंगल का कर्क राशि में गोचर: किन राशियों के लिए बन सकता है मुसीबत; जानें बचने के उपाय!
- [अप्रैल 8, 2025] कामदा एकादशी
- [अप्रैल 10, 2025] प्रदोष व्रत (शुक्ल)
- [अप्रैल 12, 2025] हनुमान जयंती
- [अप्रैल 12, 2025] चैत्र पूर्णिमा व्रत
- [अप्रैल 14, 2025] बैसाखी
- [अप्रैल 14, 2025] मेष संक्रांति
- [अप्रैल 14, 2025] अम्बेडकर जयन्ती
- [अप्रैल 16, 2025] संकष्टी चतुर्थी
- [अप्रैल 24, 2025] वरुथिनी एकादशी
- [अप्रैल 25, 2025] प्रदोष व्रत (कृष्ण)
- [अप्रैल 26, 2025] मासिक शिवरात्रि
- [अप्रैल 27, 2025] वैशाख अमावस्या
- [अप्रैल 30, 2025] अक्षय तृतीया
- [मई 8, 2025] मोहिनी एकादशी
- [मई 9, 2025] प्रदोष व्रत (शुक्ल)